अगर आपको अपनी वेबसाइट रैंक करनी हो तो आपको SEO करना होता है यह आपको पता होंगा पर SEO में हमें सिर्फ content ही आछा बनाना नहीं होता, इसमें हमें आपनी रैंक करने के लिए off page seo भी करना होता है।
Off page seo में सबसे ज्यादा महत्व पूर्ण चीज होती Backlink और Backlink के भी कही प्रकार होते है उसके बरमे हमें जानना भी जरुरी है। क्युकी इसके गलत तरिखेसे करने पर आपकी वेबसाइट की रैंकिंग गिर सकती है, और इसके साथ आपकी वेबसाइट सर्च enging से Penalize तक हो सकती है। इसलिए हमें Backlink के बारेमे पूरी जानकारी लेनी चाहिए।
तो आज हम इस पोस्ट में पूरी जानकारी लेने वाले है Backlink के बारेमे और Backlink के Do follow और No follow दो महत्व पूर्ण प्रकार के बारेमे तो इस ब्लॉग पोस्ट द्यान से पड़े आपको जरुर कही चीज सिखानेको मिलेगी।
इस पोस्ट हम इनके बारेमे जानेगे
- Backlink का मतलब क्या होता है?
- Backlink के प्रकार
- Backlink बनाने के फायदे और नुकसान
- Backlink कैसे बनाए
- Backlink बनाने के गलत तरीखे
- इस पोस्ट हमने इसके बारेमे जाना
- सम्बंदित प्रश्न
Backlink का मतलब क्या होता है? (What is Backlink in Hindi)

जब हम कोही वेबसाइट बनाते है तब हमारी वेबसाइट की Authority कुछ भी नहीं होती और हमें कोहिभी नहीं जनता इसलिए हमें बाकि वेबसाइट पर जाकर बताना होता है मतलब Website की लिंक दूसरी वेबसाइट पर देनी होती है। और जो लिंक हम दे रहे उसेही हम Backlink कहते है।
‘Backlink’ google का बहोत बड़ा रैंकिंग फैक्टर माना जाता है। क्युकी ये गूगल आपकी वेबसाइट के प्रति विस्वास बढाने का काम करती है।
कारण जब कोही वेबसाइट आपकी वेबसाइट को Backlink देती है तब वो ये बताती है की आपकी वेबसाइट उस टॉपिक के रिलेटेड सबसे बढ़िया है।
इसको और समजने के लिए हम एक example लेते है समजो आपको Pizza खाना है। पर आपको नहीं पता की पिजा काहापे आछा मिलता है। तो आप सोचेते हो की यह बात में आपने दोस्तों से पूछ लू की Pizza कहापे आछा मिलता है।

तो आप आपके पहले दोस्त को फोन करके पूछते हो तो वो बताते है की राजा रेस्टोरेंट मिलता है पर आपको लगता है वो सायद गलत बोल रहा होंगा। इसलिए आप आपके 2 तिन बाकि दोस्तों को पूछते हो वो भी यही बताते है की राजा रेस्टोरेंट से मिलता है। तो अब आपको पूरा विश्वास हो जाएगा की Pizza के लिए राजा रेस्टोरेंट सबसे बढ़िया है। और आप राजा रेस्टोरेंट में जाकर ही पिजा खाओगे यही होता है सर्च इंगिंग के साथ उनको भी यही लगना लग जाता है यह वेबसाइट इस टॉपिक के लिए बेस्ट है।
पर यहापर आपका कंटेंट भी अच्छा होना चाहिए तभी कोहिभी सर्च इंगिंग आपको रैंक करेगा क्युकी सर्च इंगिंग को आछा कंटेंट चाहिए नाकि सिर्फ athorety.
इसलिए हमें सबसे ज्यदा कंटेंट पेही द्यान देना चाहिए नहीं सिर्फ बक्लिंक पे। और यहापर यह बात संजनी होंगी की खद्से बक्लिंक बनाना यह गूगल के नजर में गलत है क्यकी आप google के algoritham को चिट करके रैंक करनेकी कोशिश कर रहे हो।
इसलिए गूगल आपके वेबसाइट को पनेलैज़ भी कर सकता है। मतलब आपकी वेबसाइट को गूगल सर्च निकला जा सकता है। इसलिए हमें बक्लिंक बनाते समय बहोत सवदानी बरखनी पड़ती है तो इसलिए आगे बड़ते है और इसके बारेमे और जानकारी लेते है।
Also Read blog on Digital Marketing kya hai?
Backlink के प्रकार

Backlink को हम कही प्रकार के अंदर बाट सकते है पर मख्य तोर पर Backlink को हम दो प्रकार में बाटते है, वो है Do follow Backlink और No follow Backlink। अब इनको हम एक-एक कर समजते है।
Do follow Backlink
Do follow Backlink यानि जिस वेबसाइट पर आपने Backlink बनाई है, उस वेबसाइट पर Search Engine Crawlers आनेपर वो वेबसाइट उस Backlink को follow करने दे रही है।
मतलब वो Search Engine Crawlers को बता रही है की आप इस लिंक को follow कर सकते हो। और वेबसाइट की जो अथोरिटी बढती है वो सिर्फ Do follow Backlink से ही।
Do follow backlink से अथोरिटी बड़ती है पर यह निर्बर करता है की आप किस वेबसाइट से Backlink ले रहे हो। और उस वेबसाइट की Authority क्या है, पेज की अथोरिटी और उस पेज में कितने Backlink इन चीजो पर।
No follow Backlink
No follow Backlink यानि जिस वेबसाइट पर आपने Backlink बनाई है, उस वेबसाइट पर Search Engine Crawlers आनेपर वो वेबसाइट उस Backlink को follow नहीं करनी दे रही है।
मतलब वो वेबसाइट Search Engine Crawlers को बता रही है की आप इस लिंक को follow नहीं करे और इस प्रकार के Backlink से अथोरिटी नहीं बढती पर वेबसाइट की Backlink प्रोफिल आछी रहती है क्युकी दोनों प्रकार के Backlink होतो यह Natural लगती है। कही लोगो का एसा कहेना है की नो फोलो Backlink का दर 60% हो तो आछा रहता है।
नो फॉलो Backlink से अथोर्टी नहीं बढती पर नो Backlink आछे वेबसाइट से होतो उसे हमें फायदा मिलत है।
और हाली में Google ने बतया की वो follow और no follow को इतना महत्व नहीं दिया जाएगा उसे सिर्फ sagetion की तोर पर लेंगे। इसलिए हमें सिर्फ do follow के पीछे नहीं भागना चिहिए हमें no follow backlink पर भी द्यान देना चाहिए।
Backlink बनाने के फायदे और नुकसान
Backlinks google का 200 factor मेसे सबसे बड़ा factor माना जाता है। हाला की यह चीज google ने नहीं बताया है की Backlinks उनका कोही factor है। पर कही SEO Expert ने इस्पे बहोत research करके यह चीज बताई की Backlinks बहोत बड़ा factor है, तो इसलिए इसके कही फायदे और नुकसान है उसे हम एक-एक कर समजते है।

Backlink बनाने के फायदे
- Backlinks बनाने से Athorety बढती है जिसे हम DA, DS या DR कहते है।
- Backlink बनाने के कारन PAGE Athorety बढती है जिसको PA, PS या PR भी कहा जाता है।
- जल्दी रैंक पाने के लिए Backlinks ही बनानी पड़ती है।
- जहासे आपने Backlinks बनाई होंगी वहासे आपके वेबसाइट पर ट्राफिक भी आसकता है।
- Backlinks से आपकी वेबसाइट जल्दी रैंक होती है।
Backlink बनाने के नुकसान
- गतल तरिखेसे आप Backlink बनाते होतो आप रैंकिंग भी कम होती है।
- आप खुदसे Backlinks बना रहे हो यह गूगल को पता लगने पर गूगल आपकी वेबसाइट को PANALAIZE भी कर सकता है।
- खुदसे Backlinks बनाना BACK HAT SEO के Category में आता है यह SEO में सबसे बड़ा सीक्रेट है।
- अब दिनब – दिन इसका महत्त्व कम हो रहा है।
Backlink कैसे बनाए

Backlink बनाना आसन पर सही जानकारी न होने के कारन कही लोगोको यह बहोत मुस्किल लगता है। इसलिए हम अब समजते है की आप कैसे backlink बना सकते हो , backlink बनाने के कही सारे तरीखे है ।
1) लोकल लिस्टिंग वेबसाइट
कही सारी लोकल लिस्टिंग वेबसाइट है जैसे Google MY Business, तो इसप्रकार की जो वेबसाइट होती है। उससे भी आप backlink बना सकते हो पर यह backlink नो फॉलो होती है और जो लिस्टिंग आपके वेबसाइट से releted होतो उसी लिस्टिंग पर आपनी वेबसाइट की बाक्लिंक बनाए।
एसी वेबसाइट खोजने के लिए आप गूगल पर ‘ best local listing sites’ एसा कुछ सर्च कर सकते हो।
2) Social Bookmarking Sites
यह एसी वेबसाइट होती है जहापर आप कीसभी टाइप्स की वेबसाइट का लिंक दे सकते हो,और इससे मिलने वाली Backlink Do Follow होती है। पर इससे मिली backlink आपके रैंकिंग में इतना असर नहीं डालती।
और कही लोगोका यह भी कहेना है की इस प्रकार की वेबसाइट से मिली वेबसाइट की backlink को google spam मानता है। तो इस प्रकार की backlink बनाना रिस्की भी हो सकता है ।
3) प्रोफाइल Backlink
इसप्रकार की वेबसाइट में हम आपने प्रोफाइल में वेबसाइट का लिंक देते है जिससे हमरी वेबसाइट को एक backlink मिलती है। और इसका सिन भी कुछ Social Bookmarking Sites से मिली backlink जैसा ही है।
4) High DA PA websites से नो फॉलो Backlink
कही सारी High DA PA websites है जैसे Youtube , wikipedia etc. इनसे आप आपनी backlink बना सकते हो। बस आपको उस पे देखना है की आप वहापर कैसे backlink दे सकते हो और आपको वहापर link डालनी है।
5) Forum website या Q&A वेबसाइट Backlink
कही सारी Forum website या Q&A वेबसाइट है जहापर आप सवाल के जवाब देकर साथ में आपनी वेबसाइट की backlink दे सकते है।
6) Guest Posting Sites
यह सबसे मेहनत वाला और सबसे सही रास्ता है Backlink बनाने के लिए। क्युकी इसने आपको एक अछासा ब्लॉग लिखके किसी और के वेबसाइट में पब्लिश करके उसमेसे backlink देनी होती है। इसे खोजने के लिए आप गूगल का सहारा ले सकते है ।
7) Web 2.O backlink
इसमें हम एसी वेबसाइट से वेबसाइट बनाते जहापर फ्री में वेबसाइट बनती हो। और वेबसाइट बनने के बाद हम उससे backlink लेते है, तो यह भी एक बोहोत बढ़िया तरीखा है ।
8) बाकि साईट के backlink
बाकि कही सारी वेबसाइट है जहासे आप backlink बना सकते हो जैसे PDF Submission Sites, image Submission Sites इस प्रकार की बाकि वेबसाइट।
Backlink बनाने के गलत तरीखे

Backlink बनाने के कही सारे गलत तरीखे है। जिनके बारे हमें जानना जरुरी है। हाला की सभी तरीखे गलत है पर यह कुछ एसे तरीखे है जिनसे आपको Backlink नहीं बनानी चाहिए।
१) PBN ( Private Blog Network)
इसमें लोग आपनी खुदकी कही वेबसाइट बनाके उससे backlink लेते है। मतलब इसमें सारी वेबसाइट हमारी ही होती है। जिससे हम अपने मुख वेबसाइट को लिंक देते है इसमें लोग कही प्रकरो से इस Network को बनाते है ।
अगर इस चीज की भनक भी google को लगी की आपने PBN बनाया है, आपनी वेबसाइट रैंक करने के लिए तो गूगल उस वेबसाइट को Penalize करता है ।
2) Paid Backlinks
पेड backlink यानि एसी लिंक जो की पैसे देकर खरीदी हो यह भी बहोत गलत तरीखा है। Backlink बनाने का एसी backlink के प्रति google Penalize करता है क्युकी यह उनके policy के खिलाफ है।
3) 301 redirect backlinks
इसमें लोग domain खरीद कर उस डोमेन अपने मुख वेबसाइट पर हमेशा के लिए redirect किया जाता है। इसमें ज्यादा तर लोग पुराना डोमेन खरीदते और नए डोमेन पर redirect करते है ताकी पुराने डोमेन की Backlink नए डोमेन शिफ्ट हो जाए ।
4) Comment Backlinks
इसमें दुसरो के ब्लॉग के कमेंट में जाकर backlink बनाई जाती है। यह तरीखा 5- १० साल पहले ठीक था पर अभी ये तरीखा ठीक नहीं क्युकी एसी Backlink स्पैम में जाती है ।
इस पोस्ट हमने इसके बारेमे जाना
इस ब्लॉग में हमने Backlinks की पूरी कुंडली खोली की आखिर Backlink क्या होती है।backlink बनाने के फायदे, नुकसान के बारेमे जानकारी ली इसके साथ हमने जाना की Backlink कैसे बनाते है और इसे बनाने के गलत तरीखे क्या इसको समजा।
तो अगर आपको यह ब्लॉग पोस्ट पसंद आया होतो आप इस ब्लॉग पोस्ट आपने दोस्तों के साथ शेर करे धन्यवाद।
सम्बंदित प्रश्न
क्या मुझे अपने वेबसाइट के लिये “Backlink” खरीदना चाहिये ?
नहीं क्युकी यह गूगल के policy के खिलाफ है इसलिए एसे करते हुए आप पकडे गए तो आपकी वेबसाइट Penalize भी हो सकती है। पर कही एसी वेबसाइट भी है जो एसा करती है पर आभी तक पकड़ी नहीं गयी तो अब ये आपकी मर्जी है की आपको क्या करना है ।
क्या मुझे अपने website के लिये backlink खरीदना चाहिये ?
नहीं एसा आपको कभीभी नहीं करना चाहिए क्यकी इससे आपको बहोत नुकसान हो सकता है ।
क्या backlink बनाना गलत है ?
हा सच बोलू तो गूगल के नजर में खुदसे backlink बनाना गलत है ।
वेबसाइट को रैंक करने के लिए कितनी backlink बनानी चाहिए
यह निर्बर करता है आपके niche के उपर और आप किस वेबसाइट से Backlink ले रहे है उसके ऊपर इसका कोही सटीक number नहीं है।